ESE(engineering Services Examination) परीक्षा आजकल युवाओं के बीच काफी ज्यादा प्रचलित हो रही है। देखा जा रहा है कि पिछले कुछ सालों से हमारे भारत में इंजीनियरिंग की मांग ज्यादा हो रही है और उस हिसाब से नए-नए स्टूडेंटस इंजीनियर बनकर उभर कर आए हैं। हर साल इंजीनियरिंग परीक्षा यानी आईआईटी के लिए 12 लाख विद्यार्थी परीक्षा देते हैं और उनमें से सिर्फ 30000 बच्चों का ही सिलेक्शन होता है। इस हिसाब से आपको पता लग रहा है कि अभी इन दोनों इंजीनियरिंग का क्रेज कितना ज्यादा चल रहा है।
आपको बता दे की ESE यानी भारतीय इंजीनियरिंग सेवा यूपीएससी द्वारा तकनीकी प्रबंधाकीय पदों के लिए सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स चार विभागों के लिए प्रतिवर्ष परीक्षा आयोजित किया जाता है। अगर आप भी इस परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे हैं तो फिर आपके लिए एक बहुत ही अच्छा खबर आ रहा है। UPSE ESE 2025 के माध्यम से लगभग 251 रिक्त पदों के लिए यूपीएससी की ऑफिशल वेबसाइट पर अधिसूचना जारी कर दी गई है। यह इंजीनियरिंग में पड़े छात्राओं के लिए विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों में प्रमुख पदों में नौकरी हासिल करने के लिए एक सुनहरा अवसर होने वाला है। यह परीक्षा दो भागों में विभाजित है एक प्रारंभिक और दूसरा मुख्य, इसके बाद साक्षात्कार होता है।
आपको बता दे कि यह परीक्षा इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा यूपीएससी द्वारा दिए गए अति कठिनाई और सीमित उपलब्ध पदों के कारण भारत में काफी ज्यादा पॉपुलर है। इन पदों में नौकरी पाए जाने वाले लोगों के सर पर बहुत ही ज्यादा जिम्मेदारी रहता है जिसके कारण इस परीक्षा को पास करने के बाद बहुत ज्यादा सम्मान दिया जाता है। अत्याधिक प्रतिस्पर्धी चयन प्रक्रिया के कारण, ESE अधिकारी उच्च सम्मान और स्थिति रखते हैं और उन्हें विविध तकनीकी और प्रबंधन किया क्षेत्र में गतिविधियों का प्रबंधन और निष्पादन करने का दायित्व सोपा जाता है।
इन परीक्षाओं के अंतिम चयन के बाद उम्मीदवारों को हमारे भारत सरकार द्वारा रिक्त रहे विभिन्न मंत्रालयो और विभागों जैसे भारतीय रेलवे, सीमा सड़क संगठन, पीडाब्लूडी, आईडीसी मिस, भारतीय आयोग कारखाना आदि जैसे स्थानों में नियुक्त किया जाएगा हालांकि परीक्षाओं के द्वारा चयन किए गए उम्मीदवार भारत सरकार के किसी भी केंद्र संगठन, एजेंसी विभाग, मंत्रालय, पीएसयू में अपने मन अनुसार जा सकते हैं। अंतिम परीक्षा में चयन होने के बाद उम्मीदवारों को क्लास वन राजपत्रित अधिकारी के रूप में नामित किया जाता है, जिसके कारण इन पदों के लिए लोगों का सम्मान बहुत ही ज्यादा हो जाता है। इसलिए इस परीक्षा को लोग काफी सम्मान करते हैं।
ESE Exam Pattern 2025 In Hindi
चरण 1: प्रारंभिक परीक्षा
चरण 1 | कागज का प्रकार | अवधि | निसान |
पेपर 1 | सामान्य अध्ययन और इंजीनियरिंग योग्यता | 2 घंटे | 200 |
कागज द्वीतिय | इंजीनियरिंग अनुशासन | 3 घंटे | 300 |
कुल माक्र्स | 500 |
केवल इस चरण में अर्धता प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों को ही चरण तू परीक्षा में बैठने के लिए अनुमति दिया जाएगा।
चरण 2: मुख्य परीक्षा
चरण द्वितीय | कागज का प्रकार | अवधि | निसान |
पेपर 1 | इंजीनियरिंग अनुशासन | 3 घंटे | 300 |
कागज द्वितीय | इंजीनियरिंग अनुशासन | 3 घंटे | 300 |
कुल अंक (मुख्य) | 600 | ||
कुल अंक (मुख्य + प्रारंभिक) | 1100 |
चरण 3: व्यक्तित्व परीक्षा
चरण 3 | निसान |
व्यक्तित्व परीक्षा | 200 |
चरण 1+चरण 2+ चरण 3 | 1300 |
ESE 2025 Syllabus in Hindi
- सामाजिक, आर्थिक और औद्योगिक विकास से संबंधित राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्व के सम सामाजिक मुद्दे
2. तुर्की तुर्क और विश्लेषणात्मक क्षमता को कभार करने वाली इंजीनियरिंग योग्यता।
3. इंजीनियरिंग गणित और संख्यात्मक विश्लेषण
4. डिजाइन के सामान्य सिद्धांत, ड्राइंग, सुरक्षा का महत्व
5. उत्पादन, निर्माण, रखरखाव और सेवाओं में मानक और गुणवत्ता अभ्यास
6. ऊर्जा और पर्यावरण की मूल बातें: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और गिरावट, जलवायु, परिवर्तन, पर्यावरण प्रभाव आकलन
7. परियोजना प्रबंधन की मूल बातें
8. पदार्थ विज्ञान और इंजीनियरिंग की मूल बातें
9. सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी आधारित उपकरण तथा इंजीनियरिंग में उनके अनुप्रयोग
10. इंजीनियरिंग पैसे में नैतिकता और मूल्य
इसके अलावा भी आपको बता दे की सामान्य अध्ययन और इंजीनियरिंग योग्यता के पेपर में प्रासंगिक विषयों का ज्ञान शामिल होगा। इसके अलावा ऊपर दिए गए 10 विषयों से प्रश्न दिए जाएंगे प्रत्येक विषय के लिए अंक पेपर के कुल अंकों के 5% से 15% तक हो सकता है।
ESE 2025 का पाठ्यक्रम
ESE का पाठ्यक्रम बच्चे ने इंजीनियरिंग शाखों के लिए अलग-अलग होता है। आपको बता दे कि यह परीक्षा तीन चरणों में आयोजित किया जाता है प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार का परीक्षा। इस आर्टिकल पर हम आपके तीनों विभागों में लिए जाने वाले परीक्षाओं के पाठ्यक्रम के बारे में बताएंगे।
1. प्रारंभिक परीक्षा (General and engineering aptitude)
पेपर 1: आपको बता दे की पेपर वन में सामान्य अध्ययन और इंजीनियरिंग योग्यता के ऊपर सभी शाखाऔ के लिए यह पेपर सेम ही रहता है। इसमें निम्नलिखित विषय शामिल होता है।
1. इंजीनियरिंग गणित(Engineering Mathematics)
2. मानवीकी और सामाजिक विज्ञान(Humanities and Social sciences)
3. भारत के विकास के लिए प्रौद्योगिकी(technology for development of India)
4. पर्यावरण और टिकाऊ विकास(Environment and sustainable development)
5. आधुनिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी(Current affairs in Science and technology)
6. नैतिकता और मूल्य(Ethics and values)
7. इंजीनियरिंग उपकरणों का उपयोग(Engineering tools and equipment uses)
8. सुरक्षा और गुणवत्ता नियंत्रण(Safety and quality control)
9. आधुनिक भारत की चुनौतियां और समाधान(Challenges and solutions for modern India)
पेपर 2: इंजीनियरिंग अनुशासन (Engineering Discipline Specific)
यह पेपर उम्मीदवार की इंजीनियरिंग शाखा के आधार पर निर्धारित होता है यानी सभी शाखों का उसे शाखा के अंतर्गत अलग-अलग पाठ्यक्रम होता है।
2. मुख्य परीक्षा
सिविल इंजीनियरिंग के लिये
बिल्डिंग मैटेरियल्स(building materials)
सर्वेक्षण(surveying)
स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग (structural engineering)
भूविज्ञान और नींव (geotechnical engineering and foundation Engineering)
पर्यावरण इंजीनियरिंग (environmental engineering)
जल संसाधन (water resources)
परिवहन इंजीनियरिंग(transportation engineering)
यांत्रिक इंजीनियरिंग के लिए
थर्मोडायनेमिक्स (thermodynamics)
इंजन और ऊर्जा प्रणाली (engines and power plants)
तरल यांत्रिकी (fluid mechanics)
उत्पादन और औद्योगिक इंजीनियरिंग (production and industrial engineering)
वाइब्रेशन और कंट्रोल (vibrations and control systems)
हीट ट्रांसफर(heat transfer)
विद्युत इंजीनियरिंग के लिए
इलेक्ट्रिकल मशीनरी (electrical machines)
पावर सिस्टम (power systems)
नियंत्रण प्रणाली (control systems)
इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक मापन (electrical and electronic measurement)
विद्युत चुंबकत्व (electromagnetism)
एनालॉग और डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स(analogue and digital electronics)
इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार इंजीनियरिंग के लिए(electronics and telecommunication engineering)
सिंगल और सिस्टमस( signals and systems)
कम्युनिकेशन सिस्टम(communication systems)
माइक्रोवेव इंजीनियरिंग(microwave Engineering)
डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स (digital electronics)
बीएलएसआई और माइक्रोप्रोसेसर(VLSI and microprocessor)
एंटीना और रेडियो तरंग प्रसार(antenna and wave propagation)
3. साक्षात्कार
व्यक्तित्व परीक्षण (personality test)
तकनीकी और गेट तकनीकी विषय पर गंभीर अध्ययन करें क्योंकि इससे प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें उम्मीदवार की तकनीकी समझ के साथ-साथ सामान्य जागरूकता, संचार कौशल और आत्मविश्वास और ज्ञान को देखा जाएगा।
ESE Eligibility 2025 In Hindi
इस परीक्षा की पात्रता के बारे में बात करें तो सबसे पहले आपको भारत का नागरिक अथवा नेपाल का नागरिक या भूटान का नागरिक होना जरूरी है
, एक तिब्बती चरण आरती जो भारत में स्थाई रूप से बचने के इरादे से 1 जनवरी 1962 से पहले भारत आया था या फिर भारतीय मूल्य का कोई व्यक्ति जो भारत में स्थाई रूप से बचने के इरादे से पाकिस्तान, वर्मा, श्रीलंका या पूर्वी अफ्रीका देश, संयुक्त गणराज्य तंजानिया जांबिया से प्रवेश कर आया हो।
इसके अलावा आपके पास इंजीनियरिंग की गंभीर जानकारी और इंजीनियरिंग डिग्री होना आई आवश्यक है।
परीक्षा के लिए उम्मीदवारों की आयु सीमा 20 वर्ष से 30 वर्ष तक होना जरूरी है।
Frequently Asked Questions
1. ESE 2025 के लिए पात्रता क्या है?
उम्मीदबारो के पास सिविल, मेकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक और टेलीकॉम्यूनिकेशन जैसे इंजिनियरिंग विभागों में इंजीनियरिंग की डिग्री होना आवश्यक है औरों बाकी उम्र सीमा 21 से लेकर 30 के बीच होना चाहिए।
2. ESE 2025 के लिए आवेदन कैसे करें?
उम्मीदवारों को सबसे पहले ESE के ऑफिस वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म को भरना पड़ेगा। वहां पूछे गए जानकारियों को भरने के बाद उस फ्रम को ऑनलाइन ही आवेदन करना पड़ेगा। वहां पर कुछ निजी जानकारी भी पूछे जा सकते हैं और दस्तावेज, फोटो और साक्षात्कार मांगेंगे उसे वहां पर करना पड़े।
3. ESE 2025 की परीक्षा तिथी क्या क्है?
अभी तक इस परीक्षा की तिथि के बारे में बताया नहीं गया है। इसके तिथि के बारे में जानने के लिए आप समय-समय पर इसके ऑफिसिएल वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं।
4. क्या ESE 2025 मैं कोई नेगेटिव मार्किंग दिया जाएगा?
हां प्रारंभिक परीक्षा में निगेटिव मार्किंग दिया जाता है।
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