नित भारत के एक सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। इस एग्जाम का फुल फॉर्म है नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट। यह परीक्षा हर साल NTA(नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) द्वारा आयोजित किया जाता है। इस परीक्षा का मुख्य उद्देश्य हमारे देश के विभिन्न मेडिकल कॉलेज में अंडरग्रैजुएट प्रोग्राम जैसे एमबीबीएस, बीडीएस, आईयुच और बीवीएसी और एएस में प्रवेश के लिए उम्मीदवारों का चयन करना होता है।
नीट परीक्षा को हमारे भारत के मेडिकल कॉलेज में प्रवेश प्रक्रिया को और ज्यादा अधिक पारदर्शी बनाने के लिए शुरू किया गया था ताकि इस परीक्षा को लोग महत्व दे और कड़ी मेहनत करके इस एग्जाम को पास करें। इससे पहले विभिन्न राज्य और संस्थाओं की अपनी अलग-अलग प्रवेश परीक्षाएं होती थी इस तरह से पूरे भारतवर्ष में ऐसी कोई भी परीक्षा नहीं होती थी। इसी कारण से यह प्रक्रिया और अधिक जटिल और अनियमित हो गया था। जब से नीट परीक्षा का आरंभ किया गया है तब से पूरे भारतवर्ष में इसी परीक्षा से पूरे भारतवर्ष के मेडिकल कॉलेज में उम्मीदवारों को सीट दिया जाता है, जिससे यह एक आधार पर यानी नियमित रूप से होने लगा।
यह परीक्षा एक पेन और पेपर आधारित परीक्षा है जो हर साल राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किया जाता है। यह परीक्षा में एक प्रश्न के लिए चार ऑप्शन रहते हैं। परीक्षा में कुल 200 प्रश्न रहते हैं और उम्मीदवारों को उनमें से सिर्फ 180 प्रश्न को हल करना होता है। यह प्रश्न तीन विषयों में होता है भौतिकी, रसायन और जीव विज्ञान। इस परीक्षा में बैठने के लिए उम्मीदवारों को 11 और 12 कक्षा में साइंस स्ट्रीम से और भौतिकी, रसायन और जीव विज्ञान यह तीनों विषय होना जरूरी है।
नीट परीक्षा में क्लास 11 और 12 की भोतीकी, रसायन और जीव विज्ञान के हर एक विषय शामिल रहते हैं। नित को क्लियर करने के लिए आपको सबसे पहले एनसीईआरटी के क्लास 11 और 12 के रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान और जीव विज्ञान विभागों के हर एक विषय को अच्छी तरीके से पढ़ना पड़ेगा।
नित 2026 सिलेबस में बहुत सारे विषयों का प्राधिकरण द्वारा कम कर दिया गया है। नीट के 2026 के सिलेबस में बहुत सारे विषयों को जोड़ा गया है जबकि और बहुत सारे विषय में संशोधन भी किया है। यह परीक्षा की अवधि 3 घंटे 20 मिनट रहती है। यहां हर एक प्रश्न के सही उत्तर के लिए आपको चार अंक मिलेंगे जबकि हर एक गलत उत्तर के लिए आपके निर्धारित अंक काटे भी जाएंगे। नित 2026 के विषय 12 के बारे में जानने के लिए हमारे साथ अंत तक बने रहिएगा।
Neet 2026 Syllabus in Hindi
यहां आपको नित 2026 के बोट की रसायन और जीव विज्ञान के पाठ्यक्रम के हर एक विषय के बारे में बताएंगे।
Neet Physics 2026 Syllabus
यहां आपको नित 2026 के बोट की पाठ्यक्रम का विषयों के बारे में बताएंगे। इसके बारे में अधिक जानने के लिए आपको इन विषयों के बारे में पढ़ना पड़ेगा।
विवरण | यूनिट नाम |
यूनिट 1 | भोतीकी एवं मापन |
यूनिट 2 | गतिकी |
यूनिट 3 | गति के नियम |
यूनिट 4 | कार्य, ऊर्जा एवं शक्ति |
यूनिट 5 | घूर्णागति |
यूनिट 6 | गुरुत्वाकर्षण |
यूनिट 7 | ठोस एवं तरल पदार्थ के गुण |
यूनिट 8 | ऊष्मागतिकी |
यूनिट 9 | गैसों का गतिज सिद्धांत |
यूनिट 10 | दोलन और तरंग |
यूनिट 11 | विद्युतस्थेतेकी |
यूनिट 12 | विद्युत धारा |
यूनिट13 | विद्युत धारा और चुंबकत्व के चुंबकीय प्रभाव |
यूनिट 14 | विद्युत चुंबकीय प्रेरण और प्रत्यावर्ती धारा |
यूनिट 15 | विद्युत चुंबकीय तरंगे |
यूनिट 16 | प्रकाशिकी |
यूनिट 17 | पदार्थ और विकिरण की द्वैत प्रकृति |
यूनिट 18 | परमाणु और नाभिक |
यूनिट 19 | इलेक्ट्रॉनिक उपकरण |
यूनिट 20 | प्रयोगिककौशल |
Neet Chemistry 2026 Syllabus
विवरण | यूनिट नाम |
भौतिक रसायन | |
यूनिट 1 | रसायन विज्ञान की कुछ मूल अवधारणाएं |
यूनीट 2 | परमाणु संरचना |
यूनिट 3 | रासायनिक आबंधन और आंशिक संरचना |
यूनिट 4 | रासायनिक उष्मप्रवेगिकी |
यूनिट 5 | बिलियन |
यूनिट 6 | सम्यावस्था |
यूनिट 7 | अपचयोपचय अभिक्रिया एवं विद्युत रसायन |
यूनिट 8 | रासायनिक गतिकी |
अकार्बनिक रसायन विज्ञान | |
यूनिट 9 | तत्व का वर्गीकरण एम गुणधर्म में आवर्तीता |
यूनिट 10 | पी ब्लॉक तत्व |
यूनिट 11 | दी और एफ ब्लॉक तत्व |
यूनिट 12 | उपसंहसंयोजन योगीक |
कार्बनिक रसायन विज्ञान | |
यूनिट 13 | कार्बनिक यौगिक को का शुद्धिकरण और लक्षण वर्णन |
यूनिट 14 | कार्बनिक रसायन विज्ञान के कुछ मूल सिद्धांत |
यूनिट 15 | हाइड्रोकार्बन |
यूनिट 16 | हैलोजन युक्त कार्बनिक यौगिक |
यूनिट 17 | ऑक्सीजन युक्त कार्बनिक यौगिक |
यूनिट 18 | नाइट्रोजन युक्त कार्बनिक यौगिक |
यूनिट 19 | जैब अनु |
यूनिट 20 | प्रैक्टिकल रसायन विज्ञान से संबंधित सिद्धांत |
Neet Biology 2026 Syllabus
विवरण | यूनिट का नाम |
यूनिट 1 | जीवित जीवो में विविधता |
यूनिट 2 | पादप और पशुओं संरचनात्मक संगठन |
यूनिट 3 | कोशिका संरचना और कार्य |
यूनिट 4 | पादप पर शरीर क्रिया विज्ञान |
यूनिट 5 | मानव शरीर क्रिया विज्ञान |
यूनिट 6 | प्रजनन |
यूनिट 7 | अनु बंसी की और विकास |
यूनिट 8 | जीव विज्ञान और मानव कल्याण |
यूनिट 9 | जेब प्रौद्योगिकी और उसके अनुप्रयोग |
यूनिट 10 | पारिस्थितिकी और पर्यावरण |
नीट परीक्षा के पैटर्न और अंक योजना
नीट परीक्षा भारत के सबसे बड़ा मेडिकल के परीक्षा है जिससे आप एमबीबीएस और बीडीएस जैसे बड़े-बड़े कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं।
परीक्षा पैटर्न
नीट परीक्षा का माध्यम ऑफलाइन यानी पेन पेपर मोड परीक्षा होता है जिसमें छात्रों को OMR सीट पर उत्तर देना होता है। इस परीक्षा में टोटल आपको 200 प्रश्न दिए जाते हैं जिसमें से आपको 180 प्रश्नों का उत्तर देना अनिवार्य होता है। आपको बता दे कि इस परीक्षा में भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीवन विज्ञान तीनों विषयों में से 50 प्रश्न दिए जाते हैं जिनमें से आपको 45 प्रश्नों का उत्तर देना पड़ताहै।
जीव विज्ञान विषय के दो विभाग जूलॉजी और बताने दोनों विभागों में से ही 50 प्रश्न दिया जाता है जिनमें से आपको 45 प्रश्नों का उत्तर देना अनिवार्य होता है। इस परीक्षा में सभी प्रश्न बहुविकल्पीय रहते हैं जिनमें से आपको चार उत्तर दिया जाता है और कोई एक उत्तर सही होता है। आपको सही उत्तर पर टिक करना होता है अगर आप सही के जगह गलत उत्तर ठीक कर देते हैं तो फिर आपको वहां पर एक अंक गवना पड़ सकता है। यह परीक्षा तीन घटे 20 मिनट समय के अंदर खत्म करना होता है। यह परीक्षा टोटल 720 अंक के लिए लिया जाता है।
अंक योजना
इस परीक्षा के प्रत्येक सही उत्तर देने के लिए आपको चार अंक दिए जाते हैं वहीं दूसरी तरफ प्रत्येक गलत उत्तर पर आपको 1 अंक काटा जाता है जिसे हम लोग नेगेटिव मार्किंग कहते हैं। अगर आपके मन में किसी प्रश्न को लेकर संडेह है तो फिर आप उसे प्रश्न को छोड़ दे क्योंकि अगर आप किसी प्रश्न को छोड़ देंगे तो फिर आपको ना ही कोई अंक प्राप्त होगा और ना ही कोई अंक काटा जाएगा लेकिन अगर आप गलत उत्तर को चुन लेंगे तो फिर आपका एक अंक काटा जाएगा।
तीनों विषयों से ही परीक्षा में 180 अंक करके दिया जाता है। भौतिकी और रसायन विज्ञान विषय से आपको 180 करके मार्क्स दिए जाते हैं और वही जीव विज्ञान के दो विभाग जूलॉजी और बॉटनी दोनों के ही 180 करके मार्क्स दिया जाता है जो टोटल मिलाकर 720 हो जाता है।
Neet 2026 के लिए कैसे तैयारी करें
1. हर एक विषय को अच्छी तरह से समझना
भौतिकी:
यांत्रिकी, थर्मोडायनेमिक्स और इलेक्ट्रोडायनेमिक्स जैसे महत्वपूर्ण अवधारणाऔ को अच्छी तरह से समझाना पड़ेगा। अवधारणाओं को गहराई से समझने के बाद उनके डायग्राम और सूत्रों को बार-बार अभ्यास करें। जिन टॉपिक पर आपको थोड़ा कठिनाई दिखाई दे रही हो उन टॉपिक को समय-समय पर ध्यान केंद्रित करते हुए अभ्यास करते रहे। कुछ कठिनाई वाले टॉपिक जैसे विद्युत चुंबकीय तरंगे जैसे टॉपिक को हल्के में ना ले।
रसायन विज्ञान:
रसायन विज्ञान की तीनों विभाग इनॉर्गेनिक, औरगेनिक और फिजिकल केमेस्ट्री पर विशेषध्यान दें। यह एक ऐसा विषय है जिस पर आप आसानी से अंक उठा सकते हैं। इस विषय के ज्यादातर प्रश्न एनसीआरटी से ही देखने को मिलती है। इसीलिए इस सब्जेक्ट को गहराई से पड़े। इस सब्जेक्ट को इग्नोर ना करें। रसायन विज्ञान के कुछ ऐसे टॉपिक है जिन्हें बार-बार रटना पड़ता है। जैसे रिएक्शन मेकैनिज्म और नाम प्रतिक्रिया और को बार-बार पढ़े और लिख लिख कर प्रेक्टिस करें। इस तरह से करने से ही आपको रिएक्शन याद रहेंगे। रसायन विज्ञान की आवर्त सारणी, और सॉलिड स्टेट जैसे टॉपिक को अच्छी तरह से समझे और पढ़े।
जीव विज्ञान
जीव विज्ञान के वनस्पति विज्ञान और प्राणी शास्त्र दोनों के टॉपिक को समान रूप से पढ़ना बहुत ही ज्यादा जरूरी है। विशेष रूप से मानव शरीर क्रिया विज्ञान, अनुवांशिकी और कोशिका जीव विज्ञान पर ज्यादा ध्यान दें।
समय को अच्छी तरह से मैनेज करें
आप अपनी जिंदगी में किसी भी तरह की परीक्षा हो या फिर करियर बनाने की रास्ता पर आपको समय को अच्छी तरह से मैनेज करना बहुत ही ज्यादा जरूरी है। खासकर एंट्रेंस परीक्षाओं के लिए तैयारी करते समय हम लोग समय को मैनेज करना सीखना अति आवश्यक है
प्रतीक विषय के लिए एक निश्चित समय को निर्धारित करना हम लोगों के लिए काफी फायदेमंद हो सकते हैं। हर एक दिन के लिए एक स्टडी प्लान पहले से बनाना बहुत ही ज्यादा जरूरी है। इस तरह से हमको यह भी आईडिया मिलेगा की कब तक जाकर हमारा सिलेबस खत्म होगा। जिस भी विषय पर आपको कठिनाई देखने को मिलती है वह सब विषय को कवर करने के लिए ज्यादा समय दे। और रिवीजन के लिए भी समय निकालना हमारे लिए काफी ज्यादा जरूरी होता है ताकि हमने जो पढ़ा है उसे विषयों में से अगर कुछ आए तो वह हमारे हाथ से ना निकले।
3. मॉक टेस्ट और बीते वर्षों का प्रश्नौ का समाधान करें
एंट्रेंस परीक्षा को पास करने का एक बहुत ही ज्यादा जरूरी है मॉक टेस्ट को समय-समय पर देते रहना। समय-समय पर मॉक टेस्ट देते रहने से इस बात की भी हमें भड़क लगती है कि हमें और कितना तैयारी करना पड़ेगा। इसके अलावा पढ़े हुए टॉपिक में से कितने टॉपिक पर कमजोरी रह गई है यह भी पता चलता है।
इस तरह से मॉक टेस्ट के साथ-साथ बीते बरसों के प्रश्न को समाधान करना भी आपके लिए काफी ज्यादा फायदेमंद बन सकता है। पुराने बरसों के प्रश्नों को समाधान करने से आपको इस बात का आईडिया भी मिलेगा कि किस तरह से प्रतिवर्ष Neet के परीक्षा में प्रश्न पूछे जाते हैं। और उसी के साथ-सा द प्रतिवर्ष के परीक्षा के पैटर्न को भी आप समझ सकते हैं।
4. नोट्स तैयार करना
किसी भी प्रकार के परीक्षा के तैयारी करते समय नट्स बनाना काफी ज्यादा जरूरी है। छोटे और सरल नोट्स बनाना आपके लिए फायदेमंद होगा। जब आप बड़े-बड़े नोट्स बनाएंगे तब आपको बाद में उन नोटिस को पढ़ने का मन नहीं कर सकता है लेकिन जब आप छोटे-छोटे और सरल भाषा में नोटिस बनाएंगे तब आपको बाद में वह रिवीजन करते समय पढ़ने का मन भी करेगा और आसानी से याद भी रहेगा।
5. स्वास्थ्य और मानसिक तैयारी
परीक्षा के लिए पढ़ने और खा पीकर सो जाना सिर्फ यही नियम फॉलो करने से आपके शरीर में बीमारी हो सकती है। परीक्षा की तैयारी करते समय सिर्फ खाना पीना और सोने से नहीं होगा उसके साथ-साथ भी आपको नियमित व्यायाम और ध्यान करते रहना पड़ेगा ताकि आपकी शरीर और मन की एकाग्रता बनी रहे। पढ़ाई करने के कारण अपने नींद को पूरा करना ना भूले। प्रत्येक दिन पर्याप्त नींद ले और संतुलित आहार ले ताकि आपका शरीर और मानसिक स्थिति स्वस्थ रहे। इसी के साथ तनाव मुक्त रहने के लिए ब्रेक ले और अपने हॉबीज को भी साथ ही साथ पूरा करें।
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